SSO Rajasthan, 2023 Rajasthan Assembly Elections update: मेवाड़ की 28 सीटों में मुख्य मानी जाने वाली उदयपुर शहर विधानसभा सीट के लिए बीजेपी में कश्मकश चल रही है. दिग्गज नेता रहे गुलाब चंद कटारिया के असम राज्यपाल बनाए जाने के बाद से उनकी जगह लेने के लिए कई नेता अंदर ही अंदर उम्मीदवारी जता रहे हैं.
इसमें उदयपुर बीजेपी जिलाध्यक्ष रवीन्द्र श्रीमाली, उपमहापौर पारस सिंघवी, बीजेपी महिला मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष अलका मूंदड़ा मुख्य हैं. लेकिन अब एक और नेता एक्टिव हुए हैं और वह हैं डूंगरपुर नगर पालिका पूर्व सभापति और स्वच्छ भारत मिशन के राजस्थान संयोजक केके गुप्ता.
भले ही वह पार्टी के निर्णय के आधार पर चलने की बात कह रहे हों, लेकिन पिछले कुछ दिनों से उदयपुर में बढ़ी एक्टिविटी यही बता रही है. यह भी बताया जा रहा है कि वह बगेश्वरधाम प्रमुख धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के दर तक पहुंच गए और उन्हें उदयपुर आने का न्योता तक दिया है. आइये जानते हैं, एबीपी से बातचीत में उन्होंने क्या कहा.
‘पार्टी काम करने वालों को टिकट देती है और जानती है मैंने क्या काम किया’
केके गुप्ता ने एबीपी से बातचीत में मेरे काम का डंका उदयपुर संभाग, राजस्थान ही नहीं पूरे प्रदेश में बजा है. यही नहीं, बीजेपी के शीर्ष ने भी काम को सराहा है. बीजेपी में टिकट वितरण में संख्या बल नहीं देखा जाता है. यह देखा जाता है कि लोगों के लिए किसने कितना काम किया है. डूंगरपुर में भी बीजेपी के 5 बोर्ड बन चुके थे और 6 बोर्ड में मैं सभापति बना. इसके बाद काम किया और स्वच्छता मैनेजमेंट में देश में नंबर वन आया है.
रही बात उदयपुर सीट पर दावेदारी की, तो हमने लोगों के लिए काम करके दिखाया है और पार्टी मौका देगी तो और बेहतर काम करके दिखाएंगे. चाहे उदयपुर टिकट दे या अन्य कहीं जगह, नेताओं का काम होता है चुनाव लड़ना और हम नेता हैं. मौका मिलेगा तो चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने आगे बताया कि बागेश्वर धाम प्रमुख महाराज धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के पास गया था. उन्होंने राजस्थान में एक बार फिर आने को कहा है. मैंने उदयपुर में पधारने के लिए कहा है. वह आएंगे तो सभी मिलकर काम करेंगे.
डूंगरपुर देश मे नंबर 1 आया तब चर्चाओं में आए केके गुप्ता
डूंगरपुर नगर परिषद में सभापति बनने के बाद केके गुप्ता ने डूंगरपुर शहर को पूरा बदल दिया. उन्होंने थोस कचरा प्रबंधन और स्वच्छता में ऐसा काम किया कि छोटे शहरों में 3 बार डूंगरपुर देश में नम्बर वन स्थान प्राप्त किया. यही नहीं, केंद्र ने केके गुप्ता को स्वछता ब्रांड एंबेसडर भी बनाया था. उन्हें देश ही नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अवॉर्ड मिल चुके हैं. स्वच्छता के क्षेत्र में काम करने के कारण ही वह चर्चाओं में रहे हैं.