SSO Rajasthan, IPS Bharti Arora: हरियाणा कैडर की तेजतर्रार आइपीएस अधिकारी भारती अरोड़ा ने पुलिस सेवा को अलविदा कह दिया है। अब उनके बस गिरिधर गोपाल हैं, दूसरा न कोई। उन्होंने अपना शेष जीवन श्रीकृष्ण की भक्ति के लिए समर्पित कर दिया है। श्रीकृष्ण की भक्ति के लिए अंबाला आइजी कार्यालय से रिलीव हो गई हैं। इस दाैरान पितांबर व भगवा वस्त्रों में उनके चेहरे पर मुस्कान थी। सरकारी सेवा से मुक्त होने के बाद वह अंबाला से मथुरा-वृंदावन के लिए रवाना हो गईं।
दस साल की नौकरी और डीजीपी पद तक जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि बहुत सारे अफसर, डीजीपी उन्होंने देखे हैं लेकिन किसी तुच्छ चीज के पीछे भागना व उसको ही असल सुख समझने की गलती हमें नहीं करनी चाहिए. क्योंकि नानक दुखिया सब संसार, सो सुखिया जिस नाम आधार.
वहीं भारती अरोड़ा (Bharti Arora) ने कहा कि राज्य में कबूतरबाजी के नाम पर लोगों का जीवन और पैसा हड़पने वाले 550 लोगों को हमने गिरफ्तार किया व पैसे की रिकवरी भी की. पिछले दस साल में इतने केस दर्ज नहीं हुए. उनको गृहमंत्री और सीएम ने कबूतरबाजों द्वारा की जा रही ठगी के मामलों में एक्शन लेने के लिए एसआईटी का मुखिया बनाया था.
अंबाला करनाल में रहते हुए भारती अरोड़ा (Bharti Arora) ने बड़े बड़े कबूतरबाजों को गिरफ्तार कर जेल में भेजा. इतना ही नहीं, उनसे रिकवरी कर उन गरीब युवाओं के परिवारों की मदद का बड़ा काम हुआ, जिनका सारा कुछ बर्बाद हो गया था, साथ ही बिना किसी कुसूर के बाहर के देशों में जेलों में रहना पड़ा था. इसी तरह से गौवंश को बचाने के लिए भी भारती अरोड़ा ने गौ तस्करी वाले इलाकों में खास अभियान चलाए. उसमें भी उन्हें काफी सफलता मिली, लोगों का साथ भी मिला.
बता दें कि भारती अरोड़ा पुलिस पुलिस सेवा (IPS) की 1998 बैच की अफसर हैं. 23 साल की पुलिस सर्विस में वह हरियाणा में कई जिलों में SP के अलावा करनाल रेंज की आईजी रह चुकी हैं और इस समय अंबाला रेंज की आईजी हैं. उनकी रिटायरमेंट वर्ष 2031 में होनी थी मगर उन्होंने 10 साल पहले वीआरएस ले ली.
भारती अरोड़ा की शादी हरियाणा काडर के आईपीएस अधिकारी विकास अरोड़ा से हुई है. विकास अरोड़ा फिलहाल फरीदाबाद के पुलिस कमिश्नर हैं. भारती अरोड़ा राई स्पोर्ट्स स्कूल की प्रिंसिपल भी रह चुकी हैं, जहां उन्होंने कई बेहतर काम किए.
Bharti Arora बोलीं- जीवन का लक्ष्य क्या है, ठाकुर जी की कृपा से समझ आया, इसलिए ली वीआरएस
अंबाला रेंज की आइजी रहीं भारती अरोड़ा (Bharti Arora) का कहना है कि वह गुरुनानक, चैतन्य महाप्रभु, कबीरदास, तुलसीदास, मीराबाई तथा सूफी संतों की राह पर चलेंगी। 1998 बैच की आइपीएस भारती अरोड़ा का कहना है कि शेष जीवन ठाकुर जी की भक्ति और सेवा में बीतेगा। राज्य सरकार ने आइपीएस अधिकारी के अनुरोध पर वीआरएस पर मुहर लगा दी थी। प्रशासनिक अधिकारियों ने कार्यक्रम आयोजित कर उनके कार्यकाल की सराहना की और विदाई पार्टी दी। उनका कहना है कि ठाकुर जी की कृपा से समझ में आया कि जीवन का असली लक्ष्य क्या है और इसी कारण स्वैच्छिक सेवानिवृति (VRS) ली।
पीतांबर और भगवा कपड़ों में दिखीं Bharti Arora तो पूछने पर कहा – मैं तो पहले भी ऐसे ही रहती थी
एक संवाददाता के दौरान भारती अरोड़ा (IPS Bharti Arora) ने बताया कि जीवन का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए ऐसा कदम उठाया है। अब समझ में आया कि जीवन का असली लक्ष्य क्या है। उन्होंने अपने करियर के अनुभव साझे किए और शेष जीवन के बारे में भी खुलकर बातचीत की। पीतांबर व भगवा वस्त्र के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि मैं तो पहले भी ऐसी ही थी। पेश है उनसे बीतचीत के प्रमुख अंश-
जीवन का लक्ष्य अब क्या समझ में आया है ?
मनुष्य जीवन का एक उद्देश्य परम आनंद की स्थिति को प्राप्त करके भगवद हासिल करना है। जिसे में संसार के सुख समझते हैं वह क्षण भर के लिए हैं। पावर, स्टेटस, नाम, पैसा यह सब क्षणिक हैं। यह हमेशा खुशी नहीं दे सकते। भगवान का प्रेम का हल्का सा भी अनुभव हो जाए तो सांसारिक सुख फीके पड़ जाते हैं। इसलिए ठाकुर जी की कृपा से सब समझ आ गया। इसमें अब उस लक्ष्य की ओर कदम बढ़ा रही हूं।
छोटा सा जीवन है, 50 साल दे दिए संसार को : Bharti Arora
ठाकुर जी और गुरु जी की कृपा से जब मुझे समझ आया कि छोटा सा जीवन है और 50 साल मैंने संसार को दे दिए हैं। शेष जीवन जो बचा है, उसे अपना लक्ष्य प्राप्त करने में लगाना है। जब हम पैसा इनवेस्ट करते हैं, तो ऐसी जगह करते हैं, जहां से अच्छी रिटर्न आए। अब तो जिंदगी का सवाल है, इसलिए जीवन को उस दिशा में ले जाना है, जहां से सुफल प्राप्त हो।