Haryana: हरियाणा के हिसार में गृहमंत्री अनिल विज ने एक निजी अस्पताल का उद्घाटन किया। कर्नाटक चुनाव के नतीजों को लेकर अनिल विज ने कहा कि कांग्रेस सपने लेती है, लेती रहे उससे कोई फर्क नहीं पड़ता। आज हिंदुस्तान आगे बढ़ना चाहता है और इसका मंत्र केवल भाजपा के पास है। आज हिंदुस्तान की राजनीति बदल चुकी है।
विज ने हिसार आते समय नरवाना में 5 पुलिस कर्मचारियों को सस्पेंड करने के बाद पूरे प्रदेश के पुलिस कर्मचारियों को चेतावनी दी है। विज ने कहा कि नरवाना का SHO अपने काम करने में असफल है। पुलिस कर्मचारियों का जो काम है वह करें, नहीं तो अनिल विज किसी को भी बर्दाश्त नहीं करेगा।
एक साल से ज्यादा समय होने पर जितनी भी FIR का फाइनल डिस्पोज ऑफ नहीं हुआ, उनकी एक रिपोर्ट मंगाई गई है। जल्दी ही उनसे संबंधित पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
किडनी और ट्रांसप्लांट का काम शुरू करने के आदेश
विज ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में एक्स-रे मशीन, सीटी स्कैन सेंटर आदि सभी जिलों में बना दिए गए हैं। जल्द ही किडनी वाली और ट्रांसप्लांट का काम सभी अस्पतालों में शुरू हो जाना चाहिए, इसके लिए भी आदेश जारी कर दिए हैं। विज ने कहा कि हमारी कोशिश है कि गंभीर मरीजों को प्रदेश से बाहर न जाना पड़े। चंडीगढ़ और रोहतक PGI ऐसे मरीजों से भरे पड़े हैं।
नए अस्पताल खोलने के लिए मैपिंग
विज ने कहा कि स्टेट में मैपिंग करवा रहे हैं और स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने के लिए कंपनी को टेंडर भी दिया है। यह कंपनी उपयोग जगह देख कर बताएगी कि कितने सालों की जरूरत है, कैसे अस्पताल खोले जाने हैं, कौन सी सुविधाओं से युक्त होने हैं। यह हरियाणा में पहली बार किया जा रहा है। वहां भी अस्पताल खोले जाएंगे, जहां विपक्ष होगा, किसी से कोई मतभेद नहीं किया जाएगा।
श्रीधाम के बारे में बताते हुए विज ने कहा कि हाल ही में आयुष्मान योजना के तहत 5 लाख तक की स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए 1.80 लाख से आने वाले लोगों को इस योजना से जोड़ दिया है। अब एलोपैथिक पर भी काम किया है, लेकिन प्राचीन आयुर्वेदा पर भी हम काम कर रहे हैं। हाल ही में 900 डॉक्टरों को जॉइन करवाया था।
विज नहीं ले रहे ग्रीवेंस की मीटिंग
बता दें कि अनिल विज 13 जनवरी की पहली ग्रीवेंस मीटिंग लेने के बाद दोबारा हिसार नहीं आए। विज ने पहली ही मीटिंग में 2 अधिकारियों को सस्पेंड किया था। लेकिन सरकार ने उनके सस्पेंशन के पत्र जारी नहीं किए। इसी बीच एक अधिकारी कोर्ट चला गया।
विज ने सस्पेंड न होने पर सरकार को चिट्ठी लिखी और नाराजगी जाहिर की। इसके बाद सरकार ने एक अधिकारी को सस्पेंड किया, लेकिन फिर भी विज की नाराजगी दूर नहीं हुई। इसलिए उन्होंने 4 महीनों में एक भी ग्रीवेंस की मीटिंग नहीं ली।