Sirsa News: नशे के दलदल में फंसे लोगों को निकालने के लिए हरियाणा सरकार ने कमर कस ली है। सिरसा में जनसंवाद के अंतिम दिन मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सामने नशे की भयावय स्थिति सामने आई तो उन्होंने प्रदेशभर में नशा मुक्ति केंद्र शुरू करने की घोषणा की।
इसके अलावा पंजाब सीमा पर स्थित डबवाली सबसे ज्यादा नशा की चपेट में है। इसलिए मुख्यमंत्री ने डबवाली को पुलिस जिला बनाने के लिए घोषणा की। अमर उजाला ‘’नशा मुक्त हरियाणा-जित दूध दही का खाणा’’ अभियान के तहत नशे के बढ़ते जाल के खिलाफ लगातार खबरें प्रकाशित कर रहा है और इस समस्या को प्रमुखता से उठा रहा है।
मुख्यमंत्री ने गांव चोरमारखेड़ा से जनसंवाद की शुरुआत की। इस दौरान युवाओं के नशे करने के मामले बढ़ने की शिकायतें सबसे ज्यादा आईं। मुख्यमंत्री ने मौके पर ही पूरे प्रदेश में नशा मुक्ति केंद्र शुरू करने की घोषणा की।
कुछ जिलों में पहले से नशा मुक्ति केंद्र चल रहे हैं, लेकिन वहां संसाधनों का अभाव है। उनमें भी कमियां दूर की जाएंगी। संत महात्माओं को भी केंद्रों के संचालन का जिम्मा सौंपा जाएगा, ताकि वे उन्हें सही मार्ग पर लाएं।
अगले वर्ष बड़े गांवों में खोली जाएंगी एक हजार ई-लाइब्रेरी
गांव अबूबशहर की बेटी प्रतिज्ञा और प्रियंका के लिए रविवार का दिन स्मरणीय बन गया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम की शुरुआत इन बेटियों को जन्मदिन पर आशीर्वाद व शगुन देकर की। सीएम ने कहा कि सरकार ने निर्णय लिया है कि अगले वर्ष प्रदेश के बड़े गांवों में एक हजार ई-लाइब्रेरी खोली जाएंगी। मिशन मेरिट के कारण प्रदेश में पढ़ाई का ऐसा वातावरण बना है, जिससे अब युवा शिक्षा को पहले से अधिक महत्व दे रहे हैं। पहले चरण में बड़े गांवों ई-लाइब्रेरी खोलने का निर्णय लिया है।
संवाद में आप कार्यकर्ता बोला तो भड़के सीएम, बोले- इसे बाहर निकालो
गांव डबवाली में जनसंवाद के दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल आमजन से सुझाव मांग रहे थे कि नशे को खत्म कैसे किया जाए। एक व्यक्ति जवाब देने लगा तो आम आदमी पार्टी के नेता कुलदीप गदराना ने शराब को बंद करने के लिए बात कहने का प्रयास किया। इस पर सीएम नाराज हो गए और भड़क उठे। सीएम ने कहा कि इसकी राजनीति खत्म करने दो, ये आम आदमी पार्टी का कार्यकर्ता है इसे उठाकर बाहर भेजो। यहां पर यह तमाशा करने के लिए आया है। सीएम के आदेश मिलते ही सुरक्षाकर्मियों ने उसका मुंह दबा लिया और उसे कार्यक्रम से उठाकर बाहर ले गए। संवाद
सीएम से मिलने पर अड़े किसानों पर बल प्रयोग
डबवाली में रविवार को आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम में सीएम से मिलने पर अड़े किसानों को जब पुलिस ने रोका तो धक्का-मुक्की हो गई। किसानों ने नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया। हंगामा बढ़ता देख पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया।
रविवार को मुख्यमंत्री का डबवाली में जनसंवाद कार्यक्रम था। कार्यक्रम स्थल से करीब 200 मीटर दूर मुख्य चौक पर करीब 150 लोग आ गए। उन्होंने जनसंवाद कार्यक्रम में जाने का प्रयास किया। पुलिस ने रोका तो बोले कि सरसों की सरकारी खरीद शुरू करने, मुआवजा जारी करने, खरीफ चैनल, सिंचाई व बिजली सप्लाई संबंधित मांगों को लेकर मुख्यमंत्री से मिलने के लिए पहुंचे हैं।
पुलिस ने कहा कि दो-चार लोग चले जाएं, लेकिन प्रदर्शनकारी नहीं माने और घुसने का प्रयास किया। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर सभी को महिलाओं सहित हिरासत में ले लिया। कार्यक्रम खत्म होने के बाद कुछ को छोड़ दिया। बाद में किसान संगठनों ने थाने का घेराव किया और देर रात तक धरना चलता रहा।
वहीं गांव चोरमार से डबवाली की तरफ जाते समय नेशनल हाईवे पर भारतीय किसान यूनियन चढूनी ग्रुप के सदस्यों ने मुख्यमंत्री के काफिले को काले झंडे दिखाकर उनका विरोध किया। जिला प्रधान सिकंदर सिंह रोड़ी ने कहा कि शनिवार को मुख्यमंत्री ने उन्हें संवाद कार्यक्रम में समय नहीं दिया। उधर, दो दिनों से सरपंच एसोसिएशन की प्रदेश उपप्रधान संतोष बैनीवाल, ऐलनाबाद प्रधान जसकरण कंग के घर के पास पुलिस तैनात है।