Guava Farming Subsidy: अमरूद की बागवानी के लिए सरकार दे रही है बंपर सब्सिडी

Anil Biret
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Guava Farming Subsidy: बिहार में बागवानी से जुड़े किसानों के लिए खुशखबरी है. CM नीतीश कुमार की सरकार ने मुख्यमंत्री बागवानी मिशन स्कीम में इस बार अमरूद को भी शामिल किया है. अब अमरूद की खेती करने वाले किसानों को मुख्यमंत्री बागवानी मिशन योजना के तहत सब्सिडी दी जाएगी. खास बात यह है कि इस योजना को अभी सिर्फ पटना जिले के लिए लागू किया गया है. इसका मतलब यह हुआ कि अमरूद की खेती शुरू करने पर सिर्फ पटना जिले के किसान ही सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बिहार सरकार ने पटना जिले में 5 हेक्टेयर रकबे में अमरूद का बाग लगाने का फैसला किया है. ऐसे में पटना जिले में अमरूद की खेती शुरू करने वाले किसानों के लिए अभी अच्छा मौका है. यदि वे अमरूद की खेती शुरू करते हैं, उन्हें सरकार की ओर से 50 फीसदी की सब्सिडी राशि दी जाएगी. खास बात यह है कि जो किसान 25 डिसमिल जमीन पर अमरू की खेती करेंगे, सिर्फ उन्हें ही अनुदान दिया जाएगा.

बिहार अकेले हर साल 13 लाख टन केले का उत्पादन करता है

बिहार में दूसरे राज्यों के मुकाबले बागवानी फसलों की खेती अधिक होती है. लीची उत्पादन में बिहार पहले स्थान पर है. इसी तरह आम के उत्पादन में पूरे देश के अंदर बिहार का चौथा पोजीशन है. बिहार अकेले हर साल 13 लाख टन केले का प्रोडक्शन करता है. यही वजह है कि बिहार सरकार किसानों की इनकम बढ़ाने के लिए बागवानी फसलों को बढ़ावा दे रही है. फिलहाल, प्रदेश में बागवानी को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय बागवानी और मुख्यमंत्री बागवानी मिशन योजना को रन किया जा रहा है.

Guava Farming Subsidy के लिए ऐसे करें अप्लाई

इस योजना के तहत पहले बिहार में केला, पपीता और आम को शामिल किया गया था, लेकिन अब अमरूद को भी शामिल कर लिया गया है. ऐसे में पटना देहात में अमरूद की खेती करने वाले फार्मर्स ही सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं. इसके लिए उन्हें उद्यान विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा.

खास बात यह है कि पहले आओ पहले पाओ के आधार पर किसानों को सब्सिडी का लाभ दिया जाएगा. यानी जो किसान सब्सिडी के लिए पहले अप्लाई करेंगे उन्हें ही लाभ दिया जाएगा. जैसे ही अमरूद का रकबा 5 हेक्टेयर से ज्यादा हो जाएगा, सब्सिडी की राशि बंद कर दी जाएगी. यानी इसके बाद अप्लाई करने वाले किसान अनुदान का लाभ नहीं उठा पाएंगे. इच्छुक किसान horticulture.bihar.gov.in के लिंक पर जाकर आवेदन कर सकते हैं.

बता दें कि इस योजना के तहत किसानों को इलाहाबादी सफेदा और सरदार अमरूद की ही खेती कर सकते हैं. इलाहाबादी सफेदा में विटामिन C, पोटैशियम और आयरन भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं.

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